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उप जिला चिकित्सक हिमोग्लोबिनोपैथी टीम ने एनीमिया एवं थैलेशिमिया जन जागरूक कार्यशाला का किया आयोजन। लक्सर

रिपोर्ट पहल सिंह राणा

उप जिला चिकित्सक हिमोग्लोबिनोपैथी टीम ने एनीमिया एवं थैलेशिमिया जन जागरूक कार्यशाला का किया आयोजन। लक्सर तहसील क्षेत्र के खानपुर नेशनल कन्या इंटर कॉलेज खानपुर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत उपजिला चिकित्सालय रूड़की से आयी हीमोग्लोबिनो पैथी टीम द्वारा नेशनल कन्या इण्टर कालेज, खानपुर में एनीमिया एवम् थैलीसीमिया जनजागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया टीम के फील्ड ऑफिसर एवम् काउन्सलर संजय कुमार चौहान ने कहा कि स्वस्थ जीवन जीने के लिये हमारे शरीर में सभी प्रकार के तत्वों की जरूरत होती है। उनमें लोहा भी एक घटक होता है जिसे लौहयुक्त प्रोटीन भी कहते हैं। यह शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है तथा आक्सीजन के प्रवाह को संतुलित रखता है। इस लौहयुक्त प्रोटीन को ही हीमोग्लोबिन कहा जाता है। हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने से शरीर में थकान, कमजोरी तथा नशों में दर्द जैसी अनेक गम्भीर बीमारियां होने लगती है। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान डॉक्टर सबसे पहले खून की जांच इसलिये कराते हैं ताकि शरीर में मौजूद हीमोग्लोबिन की मात्रा का पता लगाया जा सके।


टीम में आय दूसरे फील्ड ऑफिसर एवम् काउंसलर यशवंत सिंह ने बताया कि पुरूषों में हीमोग्लोबिन की सही मात्रा 14 से 17 ग्राम प्रति 100 मिली0 तथा स्त्रियों में 13से 15 ग्राम प्रति 100 मिली0 होती है। तथा शिशुओं में यह मात्रा 14 से 20 ग्राम प्रति 100 मिली0 होती है। हीमोग्लोबिन की कमी होने पर चिकित्सकों द्वारा हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले विटामिन दिये जाते हैं जो हड्डियों के बीच में खून बढ़ाने का काम करता है जिसे लाल रक्तकणिकाओं का निर्माण होता है तथा इससे ही श्वेत रक्त कण भी बनते हैं जो घाव को जल्दी भरने में सहायक भी होते है। प्रधानाचार्य डॉ0 घनश्याम गुप्ता ने कहा कि हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने के लिये चुकन्दर अनार तथा लीची सर्वाधिक लाभदायक होती है। हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर में आक्सीजन की कमी होने लगती है जिसे एनीमिया कहा जाता है। एनीमिया वैसे तो कोई बीमारी नही हैं लेकिन यह अनेक बीमारियों का कारण अवश्य बन जाती है।
फील्ड सहायक अंकित कुमार ने कार्यशाला में कहा कि विशेषकर महिलाओं में ग्लोबिन की कमी ज्यादातर पायी जाती है। उन्हें हरी सब्जियों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिये। टीम द्वारा छात्रों को उपहार व फल वितरण भी किया गया।
कार्यशाला इचांर्ज मीनाक्षी सहित सुरेशचन्द कवटियाल, बलराम गुप्ता, प्रमोद कुमार शर्मा, रविन्द्र कुमार, मुकेश कुमार, मीनू यादव, सविता धारीवाल, पंकज कुमार, डॉ0 पारस कुमार, विजय कुमार, गायत्री, सुलता देवी सिकदार, बबीता देवी, संजय गुप्ता, सुधा रानी, कुशमणि चौहान, अखिल वर्मा, डॉ0 रंजना, नूतन, रूबी, सोमेन्द्र सिंह पंवार, अमित कुमार, ओमपाल, बृजपाल, अशोक कुमार आदि उपस्थित रहें।

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