रिपोर्ट दिलशाद अली
लक्सर तहसील क्षेत्र के खरंजा कुतुबपुर मदरसा इस्लामिया अरबिया मदीना तुल उलूम जामा मस्जिद में एक इसलाही नसिसत का प्रोग्राम किया गया है जिसमें काफी संख्या में ग्रामीणों ने दिन की बात सुनने के लिए इकट्ठे होकर मौलाना मुफ्ती रियासत अली के बयान को सुनने के लिए बच्चे एवं बड़े तथा काफी संख्या में ग्रामीण मस्जिद में इकट्ठे हुए जहां पर मौलाना मुफ्ती रियासत अली ने बुराइयों से रोका और भलाई के काम करने को कहा उन्होंने कहा कि हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि नमाज पढ़ना और दूसरे को नमाज की तलकीन करना नसीहत कर नमाज की ओर माइल करना बहुत बड़ा सवाब है उन्होंने कहा कि नमाज बुराई से रोकती है और अच्छाई पर चलाती है उन्होंने लोगों से कहा कि अपने बच्चों और नौजवान युवाओं को बुराई से रोका जाए अल्लाह और उसके रसूल सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम के बताए हुए रास्ते पर अमल करें वरना दुनिया और आखिरत में बड़ी परेशानी होगी इसलिए जहन्नम से डरे और अच्छे काम करने वाला बने उसी को अच्छा कहा जाएगा और वही इंसान स्वर्ग में जाएगा इसलिए दुनिया चंद दिन का मेला है एक दिन यहां से हम सबको जाना है इसलिए हर इंसान को अच्छे काम करने चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि आज शबे बरात हैं और उधर हिंदू धर्म के मानने वाले हिंदू भाइयों का होली का पर्व है इसलिए हम लोगों को नमाज जुमे के समय संभल कर चलें कहीं अगर ऐसा हो के बच्चे आपस में खेल रहे हैं और आप वहां से निकल रहे हैं और तुम्हारे ऊपर होली का रंग गिर गया तो उसका इसू ना बनाया जाए और उस मामले को वही का वही रफा-दफा कर दें उन्होंने यह भी कहा कि अगर कहीं ऐसा है जहां हिंदू और मुस्लिम एक जगह रह रहे हैं और जुमे की नमाज का वक्त है तो उन्होंने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि नमाज का समय आगे पीछे कर लीजिए क्योंकि शासन और प्रशासन का भी यही कहना है की आपस में भाईचारा और मोहब्बत प्यार से शबे बरात और होली का पर्व मनाए उन्होंने कहा कि हमारे जिला हरिद्वार के डीएम साहब का भी यही कहना है इसलिए हम सबको प्यार मोहब्बत से अपने अपने त्यौहार को मनाएं और आपस में भाईचारा कायम करें इस मौके पर मौलाना मोहम्मद उस्मान नाजिम मदरसा मदीना तुल उलूम ने लोगों से कहा कि अमन और सलामती के लिए दुआ करें और देश की सलामती के लिए दुआ करें ताकि आपस में भाईचारा कायम हो और हम लोग तरक्की करें आज हिंदू मुस्लिम सब आपस में भाई भाई हैं इसलिए हम सबको प्यार मोहब्बत से एक दूसरे से अमन और सलामती से अपने कार्य को अंजाम दें वही मौलाना उस्मान ने कहा कि आज जलसे का प्रोग्राम इसलिए रखा गया है कि लोगों में बेदारी पैदा हो क्योंकि समाज के अंदर आज बुराई ज्यादा हो गई है इसको समाप्त करने के लिए समय-समय पर लोगों को कुरान और हदीस की बातें सुनाई जाती हैं और मौलवियों को बुलाकर बयान कराया जाता है ताकि समाज के अंदर से बुराई को रोका जाए और लोगों को अमल करने वाला और अच्छाई पर अमल करने वाला बने मौलाना उस्मान ने यह भी कहा कि होली और दीपावली यह भी ऐसा पर्व है जो प्यार मोहब्बत का संदेश देता है यही ईद और जलसा एवं शबे बरात यह भी एक ऐसा प्रोग्राम है जो लोगों को बुराई से रोकता है और इसीलिए समय-समय पर यह प्रोग्राम किया जाता है कि लोगों को बुराई से रोका जाए वही जलसे में पहुंचे दारुल उलूम देवबंद से मुबललिग कारी मोहम्मद इरफान एवं मौलाना शराफत तथा कई बड़े-बड़े मौलाना मदरसे के जलसे में पहुंचे और लोगों को समझाया इस मौके पर मदरसे का समस्त स्टाफ मौजूद रहा तथा मदरसे के स्टाफ ने संचालन किया और जलसे की शुरुआत कुरान शरीफ पढ़ कर की गई इस मौके पर कारी वसीम कारी अब्दुल्लाह कारी मुसयिद खरनजा कुतुबपुर के निवासी हाजी मोहम्मद इरफान हाजी मोहम्मद अब्बास हाजी नौशाद अली जहीर अहमद मास्टर खलील अहमद मोहम्मद गफ्फार मोहम्मद यूनुस कुर्बान अली कारी हसीन मौलाना रिजवान मास्टर सलीम अहमद शकील अहमद खलील अहमद जलीस अब्दुल जब्बार जाबिर फुरकान हलीम अलीआदि सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। उसके बाद दुआ हुई जिसमें काफी संख्या में लोगों ने हाथ उठाकर अमन सलामती के लिए दुआ मांगी