रिपोर्ट महिपाल शर्मा
सरकार भले ही स्वस्थ भारत मिशन के तहत हर गांव को साफ और स्वच्छ बनाने के लाख दावे कर रही हो लेकिन यह दावे धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रहे हैं, और जमकर स्वच्छ भारत मिशन अभियान की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है। सवाल बहुत बड़ा है, आखिरकार जब सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर तालाबों के सौंदर्य करण करने में लगी है तो, गांवो में तालाब गंदगी से कैसे अटे पड़े हैं, क्यों सरकार की योजनाएं गांव तक नहीं पहुंच रही है l लक्सर विकासखंड के सेठपुर गांव में 2 साल से तालाब गंदगी से अटा पड़ा है, आलम यह है कि तालाब का गंदा पानी ग्रामीणों के घरों के सामने सड़कों पर जमा है, और ग्रामीण नरकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं, और तो और तालाब के पास भगवान का घर कहा जाने वाला एक मंदिर भी है जिसमें सोमवार के दिन गांव की महिलाओं को उसी कीचड़ से गुजर कर मंदिर में पूजा करने के लिए जाना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है की वह पिछले 2 साल से उपजिलाधिकारी और खंड विकास अधिकारी से गुहार लगा लगा कर थक चुके हैं, मगर आज तक इस तालाब की किसी ने सुध नहीं ली। वही ग्रामीणों ने एक बार फिर उपजिलाधिकारी व तहसीलदार को लिखित पत्र देकर तालाब की खुदाई और सफाई करवाई जाने की मांग की है, जिससे उन्हें गंदगी से निजात मिल सके। बरहाल अब देखना यह होगा कि शासन प्रशासन ग्रामीणों को इस गंदगी से कब तक निजात दिला पाता है, या फिर यूं ही ग्रामीण नरकीय जीवन जीते रहेंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।