रिपोर्ट महिपाल शर्मा
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में मरीजों को अपने पर्चे बनवाने के लिए चिलचिलाती धूप में ही घंटो खड़ा रहना पड़ता है तेज धूप, गर्मी, बरसात, ठंड सभी मौसम में मरीजों जो दिक्कतों का सामना करना पड़ता है l उल्लेखनीय है की एम्स ऋषिकेश में न केवल उत्तराखंड वरन उत्तर प्रदेश के मेरठ, नजीबाबाद, धामपुर, सहारनपुर मुज़्ज़फ़रनगर, मुरादाबाद आदि से बाड़ी संख्या में मरीज अपना इलाज करने एम्स ऋषिकेश में आते है l यहां मरीजों की अधिक संख्या होने के कारण मरीजों को अपना परचा बनवाने से लेकर चिकित्सक ओर दावा लेने, जाँच करने में जो पसीना बहाना पड़ता है उसका अंदाजा केवल बीमार मरीज या उसके तिमारदार ही लगा सकते हैं l सरकार द्वारा एम्स की स्थापना एक बहुत बड़ा कार्य हैं जहाँ बीमारों को इलाज मिल रहा हैं लेकिन मरीजों को अपना परचा बनवाने के लिए बड़े तड़के से ही लाइन में लगना पड़ता हैं जहाँ चिलचिलाती धूप हो या झमाझम बारिश हो या फिर तेज बर्फ़ीली हवाए हो या तन झुलसाने वाली लुए हों सभी में मरीजों को खुले आसमान के नीचे ही खड़े होकर अपना परचा बनवाना पड़ता हैं जिस कारण घंटो खड़े रहने से मरीजों की हालत पहले से भी अधिक बिगड़ जाति हैं l सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत हैं कि मरीजों के लिए परचा बनवाने के लिए जो स्थान निर्धारित किया गया हैं वहां छाया करने कि सोचे ताकि मरीजों को धूप में खड़े रहने से होने वाली दिक्कतों से थोडी राहत मिल सके l