रिपोर्ट महिपाल शर्मा
क्षेत्र में चल रहे ऑटो एवं ई रिक्षा चालकों द्वारा आर टी ओ एवं पुलिस की देख रेख में जनता को दोनों हाथों से लूटा जा रहा है l परिवहन अधिकारियो द्वारा ऑटो में सवारियों को बैठने के लिए सिमित संख्या निर्धारित की जाति है और विभाग द्वारा परमिट देते समय तय कर दिया जाता है की उनके द्वारा केवल निर्धारित की गई संख्या में ही सांवरिया बैठाई जाएगी लेकिन विभाग द्वारा न तो कभी ऑटो में अधिक सवारियों को बैठने पर कोई कारवाही की जाति है और न ही यह देखा जाता है कि उनके वाहन को किस स्थान तक के लिए अधिकृत किया गया है जिसका फायदा उठता कर ऑटो चालक अपनी मन मर्जी से ऑटो में दस दस सावरिया बैठा कर चलते है जिससे ऑटो में बैठी सवारियों के साथ किसी बड़े हादसे का अंदेशा सदा बना रहता है यही नहीं जिम ऑटो को बहादराबाद से ज्वालापुर अथवा हरिद्वार के लिए ही अधिकृत किया गया है वे भी ऋषिकेश तक अपने ऑटो को लेजाते हैं, वहीं बहादाराबाद से हरिद्वार ले लिए ऑटो चालक तीन गुना तक किराया वसूलते हैं जबकि बहादराबाद से हरिद्वार का बस किराया मात्र 15 रुपए हैं लेकिन ऑटो चालक सवारियों से 40 रुपए वसूलते हैं जो जनता के साथ सरासर जबरन वसूली हैं इस पर विभाग ने किराए का कोई नियम नहीं बनाया हैं जिसका फायदा उठाते हुए ऑटो चालक जनता को लूटने में लगे हुए हैं l यही नहीं जबसे बहादराबाद के बाहर हाइवे से बसें चलने लगी हैं तबसे जनता को बसों की सुविधा नहीं मिल रही हैं जो बसें बहादराबाद के अंदर से चला करती थी जिनमे सहारनपुर डिपो, रुड़की डिपो की बसें शामिल थी अब वे हाइवे से जाने लगी हैं जिससे लोगों को अब केवल ऑटो का ही सहारा हैं जो ऑटो चालकों की मनमानी का शिकार हों रही हैं l उधर हरिद्वार बस स्टेण्ड से बहादराबाद की सवारियों को बस में नहीं बैठाया जाता हैं जिस कारण जनता को मज़बूरी में ऑटो का सहारा लेना पड़ता हैं ऐसा लगता हैं कि हरिद्वार बस स्टेण्ड से ऑटो चालकों की मिली भगत चल रही है l उल्लेखनीय हैं कि बहा दराबाद से प्रतिदिन सेंकड़ो की संख्या में जनता हरिद्वार आती जाती हैं जिन्हे विभाग की घोर उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा हैं l वहीं हर चौराहे पर पुलिस दुपहिया वाहनों कि चेकिंग के नाम पर उनके चालान काट कर जनता कि जेब पर डाका डाल रही हैं सी पी ऊ भी दुपहिया वाहनों पर दो सवारियों से अधिक बैठने पर चालान काट देती है, लेकिन कभी भी पुलिस ऑटो में बैठी सवारियों की अधिक संख्या को नहीं देखती, ऑटो पुलिस की आँखों के सामने से ही ऑटो में परमिट से कहीं अधिक सवारी बैठा कर निकल जाते हैं l जनता कब तक ऐसे ऑटो चालकों की मनमानी का शिकार होती रहेंगी या पुलिस और परिवहन विभाग इन ऑटो चालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही करेगा ?