थाना पथरी क्षेत्र के ग्राम इब्राहिमपुर में आज रमजान मुबारक का दूसरा जुम्मा अदा किया गया
रोजा और नमाज इंसान को तमाम बुराइयों से बचाने का माध्यम है,जो हमें नेक रास्ते की तरफ ले जाता हैं
माहे रमजान के दूसरे जुमा की नमाज और अल्लाह की इबादत मुस्लिम महिलाएं जहां अपने-अपने घरों में अदा करती हैं
,वहीं मर्द और बच्चे मस्जिदों और खानकाहो में जुमा की नमाज अदा करते हैं
।सवेरे सहरी खाकर रोजे की नियत करने और उसके बाद नमाज अदा करने का यह महीना दिन भर भूखे प्यासे रहकर गुनाहों से तौबा करने का महीना है। मुस्लिमों का पवित्र महीना रमजान उल मुबारक का आज दूसरा जुमा है।पहले दिन से रमजान को लेकर मुस्लिमों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।सवेरे तीन बजे से ही मस्जिदों से आवाजें आनी शुरू हो जाती है।घरों में पकवान बनाए जाते हैं।सहरी खाकर औरतें,बच्चे,युवा तथा बुजुर्ग रोजे रखने की नियत करते हैं।फज्र की नमाज के बाद मस्जिदों में दीन की बातें होती है।
मौलाना अब्दुस समी मजाहिरी
ने कहा माहे रमज़ान
पूरे साल में एक बार आता है। जिसकी हमें कदर करनी चाहिए।रोजे रखकर नमाज अदा करनी चाहिए,साथ ही दिन में कुरान की तिलावत भी करनी चाहिए।रोजा इंसान को तमाम बुराइयों से बचाता है। और रोजा हमें जीवन जीने का सलीका भी सिखाता है। यही नहीं रोजे रखने से हम जान पाते हैं कि एक भूखे इंसान की मदद कितनी जरूरी होती है।उन्होंने सभी से बुराइयों से दूर रहने और नेकी करने का आह्वान किया
मौलाना अब्दुस समी मजाहिरी ने पूरे देश और दुनिया में आपसी भाईचारे के लिए आमना अमान की दुआएं कराई