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ऐम्स ऋषिकेश: देशभर में 24 जगह CBI के छापे, इन 2 मामलों में एम्स के चिकित्सकों सहित 11 पर मुकदमा, करोड़ो के घोटाले का खुलासा l

ऐम्स ऋषिकेश: देशभर में 24 जगह CBI के छापे, इन 2 मामलों में एम्स के चिकित्सकों सहित 11 पर मुकदमा, करोड़ो के घोटाले का खुलासा l

देहरादून। एम्स ऋषिकेश में 4.41 करोड़ के घोटाले का CBI ने किया पर्दाफाश।

सीबीआई ने देशभर में 24 जगह मारा छापा।

11 के खिलाफ 2 अलग-अलग मुकदमे दर्ज।

चार से पांच ऋषिकेश एम्स के डॉक्टर व अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज।

CBI ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में दवा और उपकरणों में अनियमितताओं के मामले में उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली समेत 24 स्थानों पर छापा मारा है। छापा पड़ने की खबर से एम्स के प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
एम्स ऋषिकेश में 4.41 करोड़ के घोटाले का भी पर्दाफाश हुआ है। सीबीआई ने स्वीपिंग मशीन और फर्जी ढंग से मेडिकल स्टोर स्थापित करने के अलग-अलग मामलों में एम्स के पांच अधिकारियों समेत आठ लोगों पर दो मुकदमे दर्ज किए हैं।

सीबीआइ ने एम्स ऋषिकेश के सात बड़े अधिकारियों के खिलाफ संबंधी धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हैं। सीबीआइ की टीम ने शुक्रवार को सभी आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी की। देशभर में सीबीआइ की 24 स्थानों पर छापे की कार्रवाई जारी है।
आपको बता दें कि AIIMS ऋषिकेश में मशीनों की खरीद फरोख्त और निविदा में धांधली करने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एम्स के चार चिकित्सकों सहित 11 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। धांधली के मामले में सीबीआइ की ओर से दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं।सीबीआइ की ओर से 03 फरवरी 2022 को एम्स ऋषिकेश का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान सड़क की सफाई करने वाली मशीन की खरीद में घपलेबाजी पाई गई है। मशीन की खरीद करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी।खरीद कमेटी में कमेटी में डा. बलराम जी ओमर संकाय प्रभारी अस्पताल स्टोर, डा. बृजेंद्र सिंह विभागाध्यक्ष शारीरिक विज्ञान, डा. अनुभा अग्रवाल डीएमएस, दीपक जोशी लेखा अधिकारी व शशिकांत प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे।02 करोड़ की मशीन सिर्फ 124 घंटे ही चली थी-
टेंडर प्रक्रिया में घपलेबाजी करते हुए उक्त कमेटी ने योग्य कंपनी को बाहर करते हुए अयोग्य कंपनी को टेंडर दिया और दो करोड़ रुपये की मशीन खरीद की जो कि सिर्फ 124 घंटे ही चली थी। इस मामले में सीबीआई ने चार चिकित्सकों सहित प्रो मेडिक डिवाइस के प्रोपराइट पुनीत शर्मा और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।केमिस्ट की दुकान का टेंडर आबंटित करने में भी अनियमित्ताएं-
एम्स में केमिस्ट की दुकान का टेंडर आबंटित करने में अनियमित्ताएं पाई गईं हैं। टेंडर लेने के लिए मैसर्स त्रिवेणी सेवा फार्मेसी की ओर से जो दस्तावेज लगाए गए हैं, वह सहीं नहीं पाए गए। इस मामले में सीबीआइ की ओर से ग्राम शेरगढ़ टापू, जिला करनाला हरियाणा निवासी पंकज शर्मा पार्टनर मैसर्स त्रिवेणी सेवा फार्मेसी, पथेरा जिला कमल करनाल हरियाणा निवासी शुभम शर्मा, मैसर्स त्रिवेणी सेवा फार्मेसी और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
CBI दोनों मामलों में आज उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली सहित 24 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। जिसकी जांच जारी है।
घर व मुनिकीरेती में क्लीनिक पर भी पहुंची सीबीआइ टीम-

बताया जा रहा है कि आरोपित अपने ठिकानों से गायब हो गए हैं। जानकारी के अनुसार एम्स प्रशासन से जुड़ी एक महिला अधिकारी के पति जो ऋषिकेश के एक डेंटल कालेज में बड़े पद पर हैं। उनके घर और मुनिकीरेती क्लीनिक पर भी सीबीआइ की टीम पहुंची है।

इसके अलावा कैंपस में रहने वाले आरोपितों के यहां भी सीबीआइ की टीम कार्रवाई कर रही है। ऋषिकेश के भीतर स्थित प्राइवेट मेडिकल स्टोर में भी सीबीआइ की टीम पहुंची है।

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