गायत्री तीर्थ शांतिकुंंज ने दो दिवसीय गायत्री जयंती एवं गंगा दशहरा पर्वोत्सव के पहले दिन गायत्री यानी सद्विचार को जन-जन तक फैलाने के संकल्प के साथ भव्य रैली निकाली। रैली को शांतिकुंज वरिष्ठ कार्यकर्त्ता श्याम बिहारी दुबे एवं केपी दुबे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जनजागरण रैली में शांतिकुंंज के स्वयंसेवी भाई-बहिनों सहित देश-विदेश से आये गायत्री साधकों ने भाग लिया। यह जनजागरण रैली शांतिकुंज के गेट नं० तीन से निकली और सप्तसरोवर क्षेत्र से होते हुए वापस शांतिकुंज लौट आयी। रैली में पतित पावनी गंगा को अविरल व निर्मल बनाने हेतु जनजागरण किया गया। शांतिकुंज पहुँचने पर रैली का महिला मण्डल की बहिनों ने आरती कर स्वागत किया। ऋषियुग्म की पावन समाधि के पास पहुंचकर रैली सभा में परिवर्तित हो गयी। अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक पूज्य आचार्यश्री की 32वीं पुण्यतिथि की पूर्व वेला में उपस्थित पीतवस्त्रधारियों ने उनके संकल्पनाओं को पूरा करने की शपथ ली। पूर्व संध्या के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिकुलपति डॉ० चिन्मय पण्ड्या ने विभिन्न उदाहरणों के साथ सद्बुद्धि प्रदात्री माँ गायत्री के ज्ञान को प्रसारित करने तथा पतित पावनी गंगा को अविरल एवं स्वच्छ बनाये रखने हेतु प्रेरित किया। शांतिकुंज व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा के अनुसार गायत्री जयंती महापर्व का प्रमुख कार्यक्रम 10 जून को होगा, साथ ही विभिन्न संस्कार भी निःशुल्क सम्पन्न कराये जायेंगे।