रिपोर्ट महिपाल शर्मा l
जनपद में त्री स्तरीय पंचायत चुनावका बिगुल बज गया है, चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी चुनाव जीत कर जिले में अपनी पहचान बनाने के लिए जोड़ तोड़ और दल बदल में लग गए है ऐसे प्रत्याशी भी जो पूर्व में विधायक के उम्मीदवार रह कर हार गए थे वे भी दल बदल कर भाजपा का दमन थाम कर जिला पंचायत सीट पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं, हलाकि किसी भी पार्टी में सभी को चुनाव लड़ापाना संभव नहीं होता और दल बदल कर आने वालों का पार्टी कार्यकर्त्ता अंदर ख़जाने विरोध भी करते हैं लेकिन कुर्सी का लालच नेताओं का पीछा ही नहीं छोड़ता है उसके लिए सभी हथकंडे अपनाने पड़ते हैं l कल तक पार्टी को कोसने वाले कुर्सी के लिए सब कुछ भुला कर नई पार्टी का गुणगान कर यह साबित करते हैं कि उनसे बड़ा पार्टी का कोई नहीं हैं जो भूल वे पहले कर चुके हैं जनता उसे भुला कर अपना नेता मन लें और चुना में वोट देकर जिला पंचायत की कुर्सी पर बैठा दे l इसी कड़ी में आज पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने आज कांग्रेस छोड़ बसपा का दामन थाम लिया है इस अवसर पर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल प्रदेश प्रभारी दिनकर जी प्रदेश प्रभारी
नरेश गौतम ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा को बसपा की सदस्यता दिलाई , जिला पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही जिला पंचायत की राजनीति में बड़े उलटफेर हुए हैं। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा के साथ साथ विजेंदर चौधरी लक्सर पूर्व सदस्य जिलापंचायत एवं रविंद्र चौधरी लक्सर ने भी बसपा ज्वाइन कर ली है। अब जिला पंचायत हरिद्वार का चुनाव दिलचस्प हो गया है ऐसे में भाजपा भी पूरी कोशिश कर रही है कि इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष उनकी पार्टी का हो लेकिन समीकरण कुछ और ही बयां कर रहे हैं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी किसे मिलती है l