कावड़ियों को देखने के लिए उमड़ रहे हैं ग्राम वासी l
बहादराबाद 25 जुलाई ( महिपाल ) श्रावण का कावड़ मेला अब आपने अंतिम चरण में पहुंच गया है लेकिन कवड़ियों की रफ़्तार में अभी भी कोई कमी दिखाई नहीं दे रही हैं lअपने कंधो पर कावड़ में जल लेकर दूरस्थ स्थानों की ओर जाने वाले कवडियो की संख्या अब कम होने लगी हैं लेकिन अब चारों ओर वाहनों द्वारा डाक कावड़ का जोर है , डाक कवडीए सड़कों पर अंधाधुंध वाहन चला कर जल लेने आ रहे हैं, उनकी तेज रफ़्तार दुर्घटनाओ का सबब बनती जा रही है, पुलिस प्रसाशन भी कावड़ियों के सामने नत मस्तक होता नजर आ रहा है हरिद्वार से दिल्ली हाइवे, कस्बे के बीच की सड़के सभी कवड़ियों के कब्जे में हो कर रह गई है l अगले दो दिन प्रशाशन के सामने डाक कावड़ियों के रेले को सकुशल वापस भेजना किसी चुनौती से कम नहीं होगा जब सड़कों पर दौड़ते कवडीए चारों ओर शिव के जयकारों ओर डी जे की धुनो पर नाचते गाते दौड़ लगाते चलेंगे l
इस समय पूरा हाइवे कावड़ियों के हवाले है, वहीं भिन्न भिन्न तरह की सज़ी धज़ी कावड़ को देखने के लिए ग्रामीण जनता सड़कों के किनारे खड़ी होकर देख रही है, हर हर महादेव के जय कारो से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है l इस बार शिवरात्रि का पर्व आगामी 26 जुलाई को सांय कल से शुरू होगा और अगले पुर दिन शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा इस कारण कावड़ियों की वापसी 27 जुलाई तक रहने की उम्मीद की जा सकती है जिसके लिए पुलिस प्रशासन को एक दिन अतिरिक्त अपनी ड्यूटी करनी पड़ सकती है साथ ही स्कूलो में 26 जुलाई तक अवकाश घोषित है लेकिन 27 की सुबह कावड़ियों की संख्या बढ़ सकती है जिस कारण छोटे बच्चों को स्कूलों में आने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा l इस पर प्रशासन को विचार करने की जरुरत होगी वहीं कावड़ियों द्वारा छोड़ी गई गंदगी की सफाई भी बड़ी मुसीबत बन सकती है चारों ओर कावड़ियों द्वारा मल मूत्र का त्याग सड़कों, गलियों के किनारो पर जमा हो रहा है, पहले तो कावड़ मार्ग पर ही इनके लिए मोबाईल शौचालय की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई थी ओर वहीं से उनकी वापसी हो रही थी लेकिन बीती रात से कावड़ियों ने कस्बे की सड़कों पर ही अपने वाहनों की लाइने लगा रखी है जहाँ उनके लिए मोबाईल शौचालय की व्यवस्था नहीं है कवडीए नहर पटरी, खुले, खाली पड़े मैदानो को ही शौचालय बना रहे हैं जिनकी गन्दगी अगले दिनों क्षेत्र को गंभीर बीमारियों की चपेट में ले सकती है वहीं इस समय ग्राम पंचायतो में ग्राम प्रधान नहीं है जो सफाई करा सके जिसका खामियाजा ग्रामीण जनता को ही उठाना पड़ेगा, प्रशासन ने कभी पहले भी ग्रामीण सड़कों, गलियों की सफाई नहीं कराई है काम से कम इस बार प्रशासन से उम्मीद की जा सकती है कि कावड़ मेले के बाद यहां भिवसाफ सफाई कराए l