रिपोर्ट महिपाल शर्मा l
हरिद्वार पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार एनसीसी ईकाई द्वारा कर्नल के इस बघवार सेना मेडल से सम्मानित का भव्य स्वागत स्वामी परमार्थ देव जी एवं विश्वविद्यालय में एनसीसी के प्रभारी अधिकारी डॉ.राम जी मिश्रा द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया l आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संपूर्ण भारत में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, इस अवसर पर कर्नल के इस बघवार जी ने भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित इंडिया गेट से लखनऊ तक 750 किलोमीटर की दौड़ हरिद्वार होते हुए पूरी करने का निर्णय लिया है lइस कड़ी में पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रांगण में पहुंचे जहां पर पतंजलि विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेटों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के सभी छात्र -छात्राएं ने उनका तिरंगे एवं देश भक्ति नारों के साथ भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया। स्वामी परमार्थ देव जी ने कहा की आदरणीय कर्नल साहब का यह कार्य भारत की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखने का एक भागीरथ प्रयास हैं हम सब को कुछ ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे कि समाज में प्रेम,व्यवहार,भाईचारा बना रहे हम सब देश की उन्नति में सहायक बने हम अपनी योग, आयुर्वेद,वेद,उपनिषद, प्राचीन भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का संरक्षण करें। कर्नल जी द्वारा किए जा रहें इस तरह के प्रयास से भारत एकता और अनुशासन का जन्म होता हैं जो एनसीसी का ध्येय वाक्य हैं समाज में एक जन जागृति आती हैं कि हम राष्ट्र और समाज को स्वस्थ एवं सम्पन्न बनाये जिससे कि हमारे आने वाली पीढ़ियां हम सभी का अनुसरण करें और देशहित के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करें कर्नल के यस बघवार जी ने छात्रों को आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन देते हुए कहा कि हम बहुत ही भाग्यशाली हैं कि हमने आजादी का 75 वां वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में देखा हैं उन्होंने अपनी सेहत का मंत्र के बारे में बताते हुए कहा कि वह योग,प्राणायाम, सात्विक भोजन एवं प्रतिदिन व्यायाम करते हैं जिससे आज 51वर्ष की आयु में भी इतने स्वस्थ हैं कि 10 दिन के अंदर 750 किलोमीटर की यात्रा को पूरा करेंगे इसके साथ उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि देश की रक्षा के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए इस अवसर पर 31-उत्तराखण्ड,एनसीसी बटालियन हरिद्वार के कमान अधिकारी कर्नल पी.के. सिकरवार,प्रशासनिक अधिकारी कर्नल डी.वी.राणा सर बटालियन के सभी अधिकारी,सैनिक,पतंजलि विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.निधीश यादव सर,डॉ. विपिन कुमार दुबे,डॉ.संदीप सिंह,डॉ.भागीरथी,डॉ.कपिल शास्त्री,श्री चंद्र मोहन मिश्रा, जी अनिल शाह,सचिन जी अंबिकेश मिश्रा जी,शोध छात्र एवं विद्यार्थी उपस्थित रहें।