संवाददाता सोमवीर सैनी
रुड़की के आदर्श नगर में श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह प्रारंभजी हां आपको बता दें रुड़की के आदर्श नगर में श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ हो चुकी है जिसमें सुधीर भारद्वाज कथावाचक के द्वारा श्रीमद् भागवत गीता की वर्षा भक्तों पर हो रही है आज भागवत कथा में स्वामी सुखदेव जी महाराज एवं राजा परीक्षित का जन्म धूमधाम से मनाया गया सुधीर भारद्वाज महाराज ने आज कथा में बताया आज श्री कृष्ण भगवान अपनी द्वारिका जाने की तैयारी करते हैं तो आज आप सभी भक्तजन श्री कृष्ण भगवान से कुछ ना कुछ मांग सकते हैं तो जिसमें सभी ने इसमें कुछ ना कुछ श्री कृष्ण भगवान जी से मांगा किसी ने अपनी संपत्ति के लिए कुछ मांगा तो किसी ने धन दौलत के लिए मांगा किसी ने अपने कारोबार के लिए मांगा किसी ने अपने बच्चों के लिए मांगा तो किसी ने अपनी बेटियों के लिए मांगा अर्थात सभी ने कुछ ना कुछ श्री कृष्ण भगवान जी से झोली फैला कर मांगा इसी में माता कुंती भी सबसे पीछे खड़ी हुई थी श्री कृष्ण जी भगवान की नजर उन पर पड़ी तो श्री कृष्ण भगवान बोले बुआ सभी ने कुछ ना कुछ मांगा आपको क्या चाहिए माता कुंती ने बोला कृष्णा मुझे तो आप दुख ही प्रदान कीजिए श्री कृष्ण भगवान भोले बुआ अब तक तो आपके भाग्य में दुख ही दुख था परंतु अब तो आप सुख मांग लीजिए कुंती बोली कृष्णा यदि तुम मुझे कुछ देना ही चाहते हो तुम मेरी झोली में दुख ही डाल दो श्री कृष्ण भगवान भोले बुआ यह तो असंभव है मैं तुम्हें दुख नहीं दे सकता अब तक तुमने अपने जीवन में दुख ही दुख सहा है अब तो सुख मांगो माता कुंती बोली कहना जब जब मुझ पर विपदा आई है तब तब तुम को याद किया है तब तब तुमने मुझे दर्शन दिए हैं तो मुझे ऐसे सुख का क्या करना अर्थात दुख में सुमिरन सब करे सुख में करे न कोई जो सुख में सुमिरन करे तो दुख काहे को होय। आज महाराज जी ने बताया यदि हम सुख में भी सिमरन करते हैं तो दुख से लाखों कोस दूर रह सकते हैं इसी के साथ सभी भक्तजनों ने सुधीर भारद्वाज महाराज के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आनंद लिया।