रिपोर्ट महिपाल शर्मा l
पतंजलि योगपीठ में धूमधाम से मनाया गया देश का 77वाँ स्वतंत्रता दिवस
राष्ट्रधर्म, राष्ट्रप्रेम व राष्ट्रहित सर्वोपरि : स्वामी रामदेव
पतंजलि भारत की स्वतंत्रता के मूल्यों व आदर्शों का प्रतीक है: आचार्य बालकृष्ण
हमने देश की आर्थिक आजादी, शिक्षा की आजादी, चिकित्सा की आजादी व सांस्कृतिक आजादी का संकल्प लिया: स्वामी जी
मोदी जी ने सकारात्मता को इतना आरोहण दे दिया है कि नकारात्मकता बोनी नजर आती है, राज्यों में कुछ चुनौतियाँ हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि 2024 में केन्द्र में मोदी जी ही बाजी मारेंगे: स्वामी जी
वीर, शहीद, क्रान्तिकारियों के संकल्पों को पूरा करने के लिए जीएँ: आचार्य जी
हरिद्वार, 15 अगस्त। भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पतंजलि योगपीठ के संस्थापक अध्यक्ष एवं पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज तथा पतंजलि योगपीठ के महामंत्री तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज के द्वारा ध्वजारोहण कर समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित की गईं। इस अवसर पर स्वामी जी महाराज ने कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस पर हमने देश की आर्थिक आजादी, शिक्षा की आजादी, चिकित्सा की आजादी व सांस्कृतिक आजादी का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की आजादी के लिए भारतीय शिक्षा बोर्ड, पतंजलि गुरुकुलम्, आचार्यकुलम्, पतंजलि विश्वविद्यालय व पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज काम करेंगे। चिकित्सा की आजादी के लिए पतंजलि वेलनेस और पतंजलि का पूरा स्वदेशी अभियान समर्पित है। आर्थिक आजादी के लिए स्वदेशी अभियान इतना बड़ा करना है कि देश से विदेशी कम्पनियों की आर्थिक लूट और गुलामी का यह षड्यंत्र खत्म हो सके और सनातन के गौरव व वैभव को लेकर हम आगे बढ़ें। कुछ लोग इस देश में कह रहे हैं कि इस्लाम सर्वोपरि है, ईसाइयत सर्वोपरि है, मुसलमान सर्वोपरि है, कोई कह रहा है कि उक्त धर्म व जाति सर्वोपरि है, लेकिन हम कह रहे हैं कि राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है, राष्ट्रप्रेम सर्वोपरि है, राष्ट्रहित सर्वोपरि है। इसी विचार को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं।स्वतंत्रता दिवस पर मोदी जी के उद्बोधन पर स्वामी जी ने कहा कि आज देश में दो तरह की चीजें हो रही हैं, एक तरफ देश में युवा वर्ग है, कृषि, उद्योग, एजुकेशन, रिसर्च से लेकर धरती-आसमान तक विविध क्षेत्रों में देश की प्रतिभाएँ काम कर रही हैं। मोदी जी हमेशा देश के पराक्रम, शौर्य, वीरता, प्रतिभा व पुरुषार्थ की बात करते हैं। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष देश में केवल और केवल कमियों की बात करता है, नकारात्मकता फैला रहा है। मोदी जी ने सकारात्मता को इतना आरोहण दे दिया है कि नकारात्मकता बोनी नजर आती है। आज पूरा देश मोदी जी पर विश्वास कर रहा है। राज्यों में कुछ चुनौतियाँ हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि केन्द्र में 2024 में मोदी जी ही बाजी मारेंगे।कार्यक्रम में आचार्य जी महाराज ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में हम स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, आजादी का उत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पतंजलि प्रतीक है भारत की स्वतंत्रता के मूल्यों व आदर्शों का। हम सबका दायित्व है कि जिन वीर, शहीद, क्रान्तिकारियों ने जिन स्वप्नों को लेकर इस देश के लिए अपने जीवन को आहूत किया, उन संकल्पों को पूरा करने के लिए हम जीएँ और उसके लिए कार्य करें। हमारा देश आगे बढ़े, उन्नत हो, समृद्धशाली हो। देश में सभी खुशहाल हों, सब मिलकर भाईचारे के साथ, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प के साथ देश को आगे बढ़ाएँ। सम्पूर्ण देशवासियों को देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ।इसके पश्चात पतंजलि से सम्बद्ध सभी शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं तथा विविध इकाइयों के कर्मचारियों व संन्यासियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दीं।कार्यक्रम में पतंजलि योगपीठ-। व ।।, राजीव दीक्षित भवन, पतंजलि अनुसंधान संस्थान, पतंजलि विश्वविद्यालय, पतंजलि आयुर्वेदिक कॉलेज एवं हॉस्पिटल, आचार्यकुलम्, पतंजलि गुरुकुलम्, वैदिक गुरुकुलम्, पतंजलि संन्यास आश्रम, भारतीय शिक्षा बोर्ड, गौशाला कृषि फार्म, पतंजलि ग्रामोद्योग, तेलीवाला कृषि फार्म, पराक्रम सिक्योरिटी, दिव्य योग मंदिर कनखल, पतंजलि आयुर्वेद लि., भरूआ सोल्यूशन, फिट इण्डिया, पी.ओ.आर.आई., पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क लि., दिव्य फार्मेसी, वैदिक ब्रॉडकास्टिंग लि. तथा संस्था से सम्बद्ध सभी इकाईयोें/संस्थानों से संन्यासीगण, इकाई प्रमुख, विभागाध्यक्ष, प्रभारीगण, निरीक्षकगण, कर्मचारीगण, शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यगण व छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।