पितृ पक्ष मे अपने पूर्वजो को प्रसन्न करने का सुनहरा अवसर l
बहादराबाद 29 सितम्बर ( महिपाल )
आज से पितृ पक्ष शुरू हो गए हैं, आज पहला श्राद्ध हैं जिसके लिए पितरो को प्रसन्न करने के लिए उनको भोजन, वस्त्र देकर आशीर्वाद प्राओत किया जाता हैं l हिन्दू धर्म मे पितृ पक्ष का महत्व पद्म पूरण मे बताया गया हैं, कहा गया है कि पितृ पक्ष मे हमारे पूर्वज अपनी सन्तानो से भोजन, वस्त्र की कामना के लिए सुक्षम रूप मे पृथ्वी पर आते हैं l इन 15 दिन मे भू लोक वासी पूर्वजो के निमित्त ब्राह्मणों को जो दान करते हैं वह सीधा भगवान श्री हरि विष्णु को प्राप्त होता है जिसे भगवान पूर्वजो को समय समय पर प्रदान करते हैं l श्राद्ध पक्ष में पवित्र नदियों हरिद्वार प्रयागराज के तट पर स्नान कर उनका श्राद्ध करने से पूर्वजो को अति सुख की अनुभूति होती हैं वहीं जिस तिथि को पूर्वज का देहांत होता हैं उसी तिथि को उनका श्राद्ध करना चाहिए, यदि अत्यधिक व्यस्तता हो तो बिहार के गया में वुष्णु पद मंदिर, फलगु नदी में पिंड दान करने से पूर्वजो को मोक्ष मिलता हैं l
पद्म पूरण में कहा गया है कि भगवान श्री हरि विष्णु का मुख बद्री नारायण के ब्रह्म कपाल में, पेट हरिद्वार में तथा पैर गया में है जिन स्थानों पर श्राद्ध करने से पूर्वज आवागमन के बंधनों से मुक्त होकर भगवान विष्णु के लोक में निवासी करता है l
पद्म पूरण में कहा गया है कि जो लोग अपने पूर्वजो की मृत्यु की तिथि नहीं जानते उन्हें पितृ विसर्ज़नी अमावस्या को सब पूर्वजो के निमित्त श्राद्ध करना चाहिए जिससे वास श्राद्ध कर्म उनके पूर्वज़ो को प्राप्त होता है और पितृ प्रसन्न होते हैं l श्राद्ध में गेहूं, चावल, गुड़, नामक, वस्त्र का दान करने से ब्राह्मणो को दान दक्षिणा देने से पितृ प्रसन्न होते हैं l एस लिए पितृ पक्ष में अपने पूर्वजो के निमित्त श्राद्ध अवश्य करना चाहिए l