रिपोर्ट हासिम खान
सुरा सो पहचानिए जो लड़े दीन के हेत पुर्जा पुर्जा कट मरे कबहुं ना
छाडे खेत
सफर ए शहादत
शहीदी सप्ताह के सातवें दिन
गुरुद्वारा दशमेश दरबार शहीद नगर विभव नगर आगरा पर
सरबंस दानी धन धन साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के परिवार की महान शहादत को नमन किया गया
चार साहिबजांदो एवं माता गुजरी जी की शहादत को नमन करते हुए कथा कीर्तन एवं गुरबाणी विचारों के साथ-साथ बड़ी स्क्रीन पर चार साहिबजांदो की पूरी शहादत इतिहास के बारे में पिक्चर दिखा कर जानकारी दी गई विशेष तौर पर भाई मनप्रीत सिंह पंजोखरा साहिब वाले इव कुलबीर कौर भसीन द्वारा बच्चों को प्रशन पूछे गए इव बच्चों को सिख इतिहास की जानकारी दी गई
गुरुद्वारा दशमेश दरबार 21 दिसंबर से चल रहे अमृतवेले सुबह वह शाम धन धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में
पाठ श्री जपजी साहिब पाठ श्री सुखमनी साहिब पाठ श्री चौपाई साहिब के पाठों की लड़ी संगतों द्वारा
पंजोखरा साहिब अंबाला से आए पंथ के महान कथा विचारक भाई मनप्रीत सिंह द्वारा सरबंस दानी श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी के साहिबजांदो शहादत की कथा का वर्णन सुबह शाम गुरू महाराज जी की हजूरी में कर संगतो को शहादते इतिहास की जानकारी सांझा की
भाई कुलदीप सिंह कानपुर वालो द्वारा गुरुओं की शहादत पर सुबह शाम के दीवान में संगतो को गुरवाणी कीर्तन से जोड़ा कीर्तन सुन संगते हुई भाव विभोर
,,सुरा को पहचानिए जो लड़े दीन के हेत पुर्जा पूर्जा कट मरे कबहूं ना
छाडे खेत,,,
हम चाकर गोबिंद के गोबिंद के ठाकुर मेरा भारा,,,
नित रोज भाई साहब मनप्रीत सिंह द्वारा अरदास हुकमनामा भोग प्रसाद लंगर संगत ने पाकर गुरु महाराज का शुक्राना किया के रूप से प्रधान हरपाल सिंह ,राजू सलूजा, मलकीत सिंह,इंदरजीत सिंह, लवली वीर, गुरू सेवक श्याम भोजवानी गुरिन्दर सिंह,हरजीत सिंह,हरजिंदर सिंह,देवेंद्र सिंह ,ज्ञानी मंशा सिंह ,प्रमोद अरोड़ा
समूह संगत एवं प्रबंधक कमेटी गुरुद्वारा दशमेश दरबार