रुड़की लंढौरा
चमन लाल महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा वैल्यू Add-On कोर्स संचालित किया गया
लंढोरा l चमन लाल महाविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान विभाग में दिनांक 14 अगस्त 2024 से 27 अगस्त 2024 तक चल रहे वैल्यू add- on कोर्स जिसका शीर्षक भारतीय विदेश नीति के बदलते आयाम के मुख्य अतिथि प्रबंध समिति के अध्यक्ष राम कुमार शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि अरुण हरित उपस्थित रहे l मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. तीर्थ प्रकाश ने व्याख्यान देते हुए कहा किसी भी देश की विदेश नीति मुख्य रूप से कुछ सिद्धान्तों, हितों एवं उद्देश्यों का समूह होता है जिनके माध्यम से वह राज्य दूसरे राष्ट्रों के साथ संबंध स्थापित करके उन सिद्धान्तों की पूर्ति हेतु कार्यरत रहता है। इसी प्रकार प्रत्येक राज्यों की अपनी विदेश नीति होती है जिसके माध्यम से वे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपने संबंधों का निरूपण करते है। विशेष रूप से सर्वप्रथम मॉडलस्की ने इसको परिभाषित करते हुए कहा था कि विदेश नीति समुदायों द्वारा विकसित उन क्रियाओं की व्यवस्था है जिसके द्वारा एक राज्य दूसरे राज्यों के व्यवहार को बदलने तथा उनकी गतिविधियों को अन्तर्राष्ट्रीय वातावरण में ढ़ालने की कोशिश करता है। परन्तु विदेश नीति की इस प्रकार की परिभाषा को अति सरलीकरण माना जाएगा क्योंकि विदेश नीति का उद्देश्य मात्र दूसरों के व्यवहार का परिवर्तन मात्र नहीं हो सकता है। अपितु इसके माध्यम से दूसरे राज्यों की गतिविधियों का नियंत्रण करना भी अति आवश्यक होता है। इस प्रकार विदेश नीति में परिवर्तन के साथ-साथ कई बार निरंतरता की आवश्यकता भी होती है। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने कहा भारत की विदेश नीति का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना, साम्राज्यवाद का विरोध करना, रंगभेद नीति के खिलाफ खड़ा होना, अंतरराष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण और राजनीतिक समाधान का प्रचार करना, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना, गुटनिरपेक्ष और गैर-प्रतिबद्ध रहना है। और तीसरी दुनिया की एकता और एकजुटता बनाए रखने के लिए है। भारत की विदेश नीति के महत्वपूर्ण उद्देश्यों में राष्ट्रीय हितों का संरक्षण, विश्व शांति की उपलब्धि, निरस्त्रीकरण, अफ्रीकी-एशियाई राष्ट्रों की स्वतंत्रता शामिल है। इन उद्देश्यों को कुछ मार्गदर्शक सिद्धांतों जैसे पंचशील, एनएएम, और अन्य के माध्यम से प्राप्त करने की मांग की जाती है। सामान्य उद्देश्य जो एक राज्य की अन्य राज्यों के साथ बातचीत में उसकी गतिविधियों और संबंधों का मार्गदर्शन करते हैं। विदेश नीति का विकास घरेलू विचारों, अन्य राज्यों की नीतियों या व्यवहार या विशिष्ट भू-राजनीतिक डिजाइनों को आगे बढ़ाने की योजनाओं से प्रभावित होता है। लियोपोल्ड वॉन रांके ने विदेश नीति को आकार देने में भूगोल और बाहरी खतरों की प्रधानता पर जोर दिया, लेकिन बाद के लेखकों ने घरेलू कारकों पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में राजनीति विज्ञान विभाग प्रभारी डॉ. निशु कुमार ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट करके स्वागत किया l
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी भी उपस्थित रहे l