हरिद्वार के ग्राम जगदीशपुर में दलित समाज की महिलाओं का न्याय के लिए धरना प्रदर्शन जारी
हरिद्वार जिले के ग्राम जगदीशपुर में दलित समाज के लोग न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 1997 में ग्राम प्रधान द्वारा दलित परिवारों को भूमि के पट्टे आवंटित किए गए थे। तभी से ये लोग इस भूमि पर खेती कर रहे थे और मकान निर्माण में लगे थे। लेकिन हाल ही में तहसील प्रशासन पर भू-माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए, दलित समाज के लोगों को जबरन उनकी भूमि से बेदखल कर दिया गया।
अधिकारों का हनन, प्रशासन पर गंभीर आरोप
इस मामले में प्रशासन पर आरोप है कि उपजिलाधिकारी के समक्ष मामला विचाराधीन होने के बावजूद दलित समाज के लोगों से उनकी जमीन छीन ली गई। महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उन्हें पुलिस चौकी में नाजायज हिरासत में रखा गया। इस अन्याय के खिलाफ दलित समाज की महिलाएं एक महीने से लगातार धरना-प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
डॉक्टर कदम सिंह बालियान का समर्थन
राष्ट्रीय दलित जागरण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर कदम सिंह बालियान ने इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उचित कदम नहीं उठाए गए, तो राष्ट्रीय दलित जागरण मंच इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन करेगा।
मांगें और आंदोलन की तैयारी
- दलित परिवारों को उनकी भूमि का अधिकार वापस दिलाया जाए।
- दोषी अधिकारियों और भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
- महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार और नाजायज हिरासत के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो।
- प्रभावित परिवारों को न्याय और सुरक्षा प्रदान की जाए।
प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
एक महीने से चल रहे इस धरने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होना, दलित समाज के अधिकारों के प्रति उदासीनता को दिखाता है। इस अन्याय के खिलाफ महिलाओं का आंदोलन राज्य में व्यापक जनसहयोग प्राप्त कर सकता है।
यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो यह मामला एक बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है, जिससे क्षेत्र में सामाजिक असंतोष बढ़ने की आशंका है।