कस्बा झबरेडा चौधरी मानवेंद्र सिंह गाय को राष्ट्र माता का सम्मान दिया व भारत सरकार में गौ मंत्रालय अलग से स्थापित करने की मांग की
गौ प्रतिष्ठा भारत यात्रा के अंतर्गत भारतीय गौ क्रांति मंच के संस्थापक एवं धेनु मानस ग्रंथ के रचयिता गोपालमणि द्वारा एक दिवसीय गौ कथा का आयोजन गायत्री शक्ति पीठ हंडी चौक में किया गया। इस दौरान उन्होंने भारत सरकार से गाय को राष्ट्र माता का सम्मान दिया और भारत सरकार में गौ मंत्रालय अलग से स्थापित करने की मांगी की। गौ कथा के दौरान गोपालमणि ने गौ माता की महिमा बताते हुए कहा कि गौ माता हमारी भारतीय सनातन संस्कृति की मूल है।
वेद शास्त्रों में गाय को मां का सम्मान है। 80 करोड़ हिन्दुओं की धार्मिक आस्था की प्रतिक है। गाय में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास माना जाता है। गाय के गोबर में लक्ष्मी, मूत्र में गंगा का वास बताया गया है। गाय आध्यात्मिक उर्जा का देवालय है। हमारे संविधान में प्रत्येक नागरिक की धार्मिक आस्था की सुरक्षा व सम्मान का प्रावधान है। लेकिन सरकार गाय को पशु श्रेणी में समझती है। इस दौरान उन्होंने गौ चरण भूमि गायों के लिए उपलब्ध कराने, गौ हत्या को मनुष्य हत्या के समान दंड देने का प्रावधान करने की मांग की। भारतीय नस्ल की गाय का संवर्धन हो तथा 10 वर्ष के बालक-बालिकाओं को दूध की व्यवस्था की जाए। कार्यक्रम अध्यक्ष चौधरी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि इन्हीं उपरोक्त मांगो को लेकर गोपालमणि द्वारा गौ प्रतिष्ठा भारत यात्रा जो गौ माता को राष्ट्र माता का सम्मान दिलवाने के लिए देश के 670 जिलों में जा रही है। अपने 410 वें जिले के पड़ाव पर वे ऋषिकेश पहुंचे हैं। कथा के शुभारंभ में देश के 13 राज्यों में अपनी प्रस्तुति दे चुके झबरेडा के अग्र अलंकरण विभुति से सम्मानित चौधरी मानवेंद्र सिंह ने भजनों की प्रस्तुति दी गई।