डॉ० धीरज को माननीय कुलाधिपति महोदय ने अपने कर कमलों से पी० एच० डी० (हिंदी) की उपाधि प्रदान की।
डॉ० धीरज ने इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय, शोध निर्देशक डॉ० उमेश शुक्ल के आशीर्वाद के परिणामस्वरूप ही इस उपलब्धि को प्राप्त कर पायी हूँ । विश्वविद्यालय में पठन -पाठन का बहुत ही सकारात्मक परिवेश उपलब्ध है । यहाँ के अध्यापक विद्वान के साथ ही साथ मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण हैं जो विद्यार्थियों की समस्याओं को सदैव दूर करने के लिये तैयार रहते हैं ।बालिकाओं के लिए यहाँ पर बहुत सुखद वातावरण उपलब्ध है ।