रिपोर्ट इमरान देश भक्त
लावारिसों की वारिस क्रांतिकारी शालू सैनी के पास संसाधनों का अभाव,पर उनके हौसले बुलंद
रुड़की।लावारिसों की वारिश क्रांतिकारी शालू सैनी ने अपनी स्कूटी से एक साथ कई मृतकों की अस्थियों को ले जाकर शुक्रताल गंगा में विसर्जित किया।सभी सहयोगियों के सहयोग से लावारिसों की वारिस क्रांतिकारी शालू सैनी ने वारिस बनकर जिन मृत लोगों के किए थे निशुल्क अंतिम संस्कार,आज दर्जन भर अस्थियों को शुक्रताल गंगा में उनके द्वारा विसर्जित किया गया।हौंसला हो तो सब मुमकिन है।इस हफ्ते जिनकी वारिस बनकर किए अंतिम संस्कार आज उनकी अस्थियों को किया गंगा में विसर्जित वारिस बनकर उन सभी पुण्य आत्माओं की अस्थियों को शुक्रताल गंगा में विसर्जित किया और सभी की आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर पुण्य आत्माओं को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिले ऐसी ईश्वर से प्रार्थना की,वहीं क्रांतिकारी शालू सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास संसाधनों का अभाव है,उसके बावजूद भी वे कभी हौंसला नहीं हारती,उनके बड़े भैया राजू सैनी के अलावा अब कुछ सहयोगी भी उनका सहयोग करने लगे हैं,साथ ही शालू सैनी ने कहा कि इस सेवा में जो भी दानवीर इच्छा अनुसार सहयोग कर सकता है,वो संस्था के-8273189764 गूगल पे या फोन पे पर कर सकता हैं।अपनी कमाई से जो व्यक्ति पुण्य कार्य में लगाता है तो उसे उसका भी फल जरूर मिलता है और एक लावारिस को उसका वारिस व अंत समय में किसी को कफन नसीब हो सकता है,क्योंकि ना कोई साथ लेकर कुछ आता है और ना कोई कुछ लेकर जाता है।उन्होंने सभी से अपील भी की सामाजिक कार्य अकेले नहीं हो सकते,इसलिए वो सभी का सहयोग चाहती है जिसका इस दुनिया में कोई नहीं है।उनकी अंतिम बिदाई के सहयोगी जरूर बने और पुण्य लाभ कमायें।