हरिद्वार कावड़ मेला 2022
जहां पूरा उत्तराखंड पुलिस विभाग कांवड़ मेला ड्यूटी में लगा है वहीं दूसरी ओर कांवड़ मेला आयोजित होने वाले प्रमुख स्थल की कोतवाली नगर हरिद्वार के शहर कोतवाल अपनी टीम के साथ शाम को मुस्तैदी से प्राइवेट कपड़ों में बैडमिंटन का आनंद लेते हुए नज़र आये जहां मुख्यमंत्री मुख्य सचिव पुलिस महानिदेशक और जिले के कप्तान कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराने को लेकर क्षेत्र में निरंतर भ्रमण सील और जनसंवाद में लगे हैं वहीं दूसरी ओर शहर कोतवाल हरिद्वार जिनके यहां हर की पौड़ी एवं हरिद्वार का कांवड़ मेले का मुख्य स्थल है वह अपने मातहतों के साथ शाम के समय निकर और टीशर्ट पहनकर बैडमिंटन का आनंद ले रहे हैं यह वह समय है जब भीड़ सर्वाधिक होती है गंगा आरती का समय भी यही है
आसपास के लोगों से जानकारी पर सुना गया है कि चाहे क्षेत्र में कितनी भीड़ हो शाम के समय कोतवाल साहब अपनी टीम के साथ इसी प्रकार गेम का आनंद लेते है डीएम व एसएसपी हरिद्वार ने सावन कुंभ मेले को लेकर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये है क्योंकि सावन कांवड़ यात्रा कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद शुरू हूई है और इस बार शिव भक्तों की हरिद्वार अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की संभावना भी जताई जा रही है ऐसे में सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है यही वजह है कि हरिद्वार में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया क्योंकि देशभर से करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु महादेव की पाठ-पूजा करते है तो कई कांवड़ यात्री कई किलोमीटर की यात्रा तय कर बाबा का जलाभिषेक करते है कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद इस साल कांवड़ यात्रा एक बार फिर शुरू हो गई है यही वजह है कि इस बार प्रशासन पूरी तरह सख्त और अलर्ट नजर आ रहा है। हरिद्वार में सावन के महीने में बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री पहुंचते है ऐसे में प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके और कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराया जा सके जहां पुलिस प्रशासन के साथ-साथ मेले में बनाए गए एस पी ओ भी अपनी जिम्मेदारी को बाखूबी निभाते हुए सावन मेले को और बेहतर बनाने को लेकर हर संभव प्रयास कर रहे है लेकिन प्रमुख स्थल की कोतवाली नगर हरिद्वार के शहर कोतवाल ही अपनी जिम्मेदारियों से हटकर और अपने आला अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर बैडमिंटन के गेम मे मसगूल है या ये कहा जाये उनके के लिए किसी भी आला अफसर के आदेश कावड़ मेले को लेकर कोई मायने नहीं रखते अगर एक जिम्मेदार कोतवाल अपनी जिम्मेदारियों से भागता है तो जाहिर सी बात है दूसरों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा