पत्रकारों ने रक्तदान कर बचाई गर्भवती महिला की जान
हरिद्वार: रक्तदान को सबसे बड़ा दान कहा गया है। रक्तदान की अहमियत तब पता चलती है,जब कोई अपना रक्त की कमी के कारण जिदगी से हार जाता है। इसलिए समाज के हर स्वस्थ व्यक्ति का दायित्व बनता है कि वो स्वयं भी रक्तदान करें और दूसरों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित करें। इसी कड़ी मे हरिद्वार के रुड़की ब्लॉक के अहतेमाल ग्राम निवासी गर्भवाती महीला शाहीन को प्रसव पीड़ा के उपरांत लंढौरा के निजी अस्पताल मे दाखिल कराया गया था, अस्पताल के डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को देखकर ब्लड की कमी बताई गई , ब्लड ने मिलने की वजह से जान को खतरा हो सकता था , डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को ए पॉजिटिव ब्लड की जरूरत बताई, लेकिन जो गर्भवती महिला हॉस्पिटल में एडमिट है उसके पति की कुछ दिन पहले ही एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी , पति की मृत्यु के उपरांत ससुराल पक्ष के लोगों ने विधवा को घर से निकाल दिया था, ससुराल से निकाले जाने के बाद गर्भवती महिला अपनी बुजुर्ग मां के पास ही गुजर बसर कर रही थी ,घर पर बूढ़ी मां के सिवा कोई सहारा नहीं था , ब्लड की कमी के कारण डिलीवरी का समय बीतता जा रहा था, लेकिन इतने में फरिश्ता बनकर कुछ पत्रकार अपने निजी काम से हॉस्पिटल पर आए तो हॉस्पिटल में तैनात महिला चिकित्सक ने पत्रकारों को महिला की व्यथा से अवगत कराया तो, सभी पत्रकार मित्रों ने इधर-उधर फोन घुमाने शुरू कर दिए, पत्रकारों द्वारा इधर-उधर फोन घुमाने के बावजूद ब्लड की व्यवस्था नहीं हो पाई सभी सरकारी मशीनरी ने हाथ खड़े कर दिए, लेकिन सभी पत्रकार मित्रों ने आपस में सलाह मशवरा करके अपना ही ब्लड देने के लिय तैयार हो गए, और रुड़की जाकर एक ब्लड बैंक में अपना ब्लड डोनेट करके ब्लड के बदले ब्लड लाकर डॉक्टरों को दे दिया, जिससे गर्भवती महिला की जान बच गई और देर शाम महिला ने एक बेटे को जन्म दिया, क्षेत्र में पत्रकार मित्रों की टोली जिसमें शमीम खान ,आसिफ, मलिक वसीम मलिक, फहीम राज, व कुछ समाजसेवी आजम की, क्षेत्र में काफी प्रशंसा हो रही है, पत्रकार मित्रों द्वारा की गई गर्भवती महिला की मदद से ग्राम प्रधान वाजिद अली ने प्रशंसा करते हुए कहा है कि इससे बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं हो सकता गर्भवती महिला की जान बचा कर पत्रकार मित्रों की टोली ने बहुत बड़ा उपकार किया है जिसकी जितनी सराहना की जाए उतनी ही कम है, और ग्राम प्रधान वाजिद अली ने कहा है कि गर्भवती महिला बेसहारा है , और अपने स्तर से मुझसे जो भी सहायता होगी मे नि स्वार्थ महिला की सहायता करूंगा,