रिपोर्ट महिपाल शर्मा l
यहां मिली अबतक की सबसे बड़ी गुफा-
पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट में महाकाली मंदिर से एक किलोमीटर दूरी पर मिली यह गुफा यहाँ स्थित सभी गुफा से बडी गुफा मानी जा रही है। वहीं अब अचानक इस गुफा के प्रति लोगों की आस्था बढ़ गई है।
8 तल व 200 मीटर गहरी है गुफा-
गंगोलीहाट के शैल पर्वत क्षेत्र में दर्जनों प्राचीन गुफाएं पाई जाती रही हैं। लेकिन यह आठ तल वाली गुफा इनमें सबसे बड़ी गुफा है। जानकारी के अनुसार इस गुफा की लंबाई 200 मीटर बताई जा रही है। इस गुफा के भीतर कई पौराणिक चित्र उकेरे गए हैं।
गुफा में मौजूद शिवलिंग पर खुद चढ़ रहा जल-
वहीं गुफा में मौजूद शिवलिंग पर चट्टान से पानी की बूंदें गिर रही हैं। गुफा में शेषनाग की आकृति के अलावा कई पौराणिक देवताओँ की मूर्तियां दिख रही हैं। स्थानीय लोगों ने इस गुफा को महाकालेश्वर नाम दिया है। माना जा रहा है कि 8 तल होने के कारण यह गुफा विश्व प्रसिद्ध पाताल भुवनेश्वर गुफा से भी बड़ी हो सकती है।
गुफाओं के लिए फेमस है पिथौरागढ़ का गंगावली-
पिथौरागढ़ का गंगावली क्षेत्र का शैल पर्वत गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है। यहां अब तक करीब दर्जनभर गुफाएं मिली हैं।